भारत के राजस्थान में पिंक सिटी के नाम से मशहूर जयपुर में स्थित आमेर का किला एक विश्वस्तरीय धरोहर है सालभर देश और विदेश से लाखों पर्यटक यहाँ घुमने आते है आइये जानते है आमेर किले से जुडी कुछ रोचक बाते !
आमेर का किला कहाँ है :-
जयपुर सिटी से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर आमेर क्षेत्र में अरावली पर्वतमाला की ऊंची पहाड़ी पर स्थित है आमेर किले में जाने के लिए आप जयपुर से ऑटो ,टैक्सी, बस या अपना निज़ी वाहन इस्तेमाल कर सकते है !
किले का निर्माण किसने और कब करवाया :-
इस किले को लेकर कई तथ्य है एक तथ्य के अनुसार 967 ई० में मीणा शासक एलान सिंह ने किले का निर्माण करवाया था इसके बाद कछवाहा राजपूत राजा सवाई मानसिंह ने 1592 ई० में किले पर आधिपत्य कर किले का निर्माण करवाया आमेर के किले को संगमरमर और लाल बलुआ पप्थर से बनाया गया है इसलिए यह किला देखने वालो को बहुत आकर्षित करता है!
दीवान-ए -आम:-
आमेर किले के प्रमुख आकर्षण में से एक दीवान-ए -आम पर्यटको का मुख्य आकर्षण का केंद्र है इसका निर्माण राजा जयसिंह ने करवाया था मुख्य रूप से आम जनता की समस्याओं पर विचार विमर्श करने के लिए दीवान-ए -आम का निर्माण करवाया गया था दीवान-ए -आम में 48 बहुत ही आकर्षक खम्बे बने हुए है इनमे से 16 खम्बे संगमरमर से बने हुए है और बाकी खम्बे लाल बलुआ पप्थर से बने हुए है खम्बों पर बहुत ही शानदार मूर्तियों को उकेरा गया है इन खम्बों में हिन्दू और मुस्लिम दोनों संस्कर्ति देखने को मिलती है खम्बों के ऊपर बने हाथी हिन्दू संस्कर्ति को दिखाते है और खम्बों के नीचे बने कमल के फूल मुस्लिम संस्कर्ति को दर्शाते है
दीवान-ए -खास का निर्माण राजा जयसिंह ने अपने खास महमानों के लिए करवाया था बेल्जियम से मँगवाए गए शीशो से इस महल का निर्माण करवाया गया है कांच की जुड़ाई इतनी शानदार है कि देखने वाले देखते रह जाते है इसलिए इसको "शीश महल" भी कहा जाता है क्या आपको पता है थोड़ी सी रोशनी पाकर यह पूरा महल जगमगा उठता है रात के समय इस महल को देखने का अपना का अलग ही मजा है
सुख निवास :-
आमेर किले में दीवान-ए -आम के एकदम सामने सुख निवास यहाँ राजा अपनी रानियों के साथ समय बिताते थे सुख निवास भाग में कृत्रिम जल धाराओ से बना शीतल वातावरण भीषण गर्मियों में भी आनन्द देता है
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केसर क्यारी :-
किले के निचले भाग में पावठा सरोवर है यहाँ के सभी महलों की जल आपूर्ति इसी सरोवर से होती है यही पर राजा मानसिंह ने केसर क्यारी बनवाई थी उनका मानना था की केसर की महक से पूरा किला हमेशा महकता रहेगा लेकिन केसर ठन्डे इलाकों में पैदा होती है
गणेश पोल :-
इस किले में 7 द्धार है इनमें सबसे आकर्षक और सुन्दर गणेश पोल है यही किले का मुख्य प्रवेश द्धार भी है इस द्धार को गणेश पोल इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस द्धार के ऊपरी हिस्से पर गणेश जी की शानदार मूर्ति स्थापित है
सिंह द्धार :-
इस द्धार का निर्माण राजा जयसिंह ने करवाया था बहुत ही टेढ़े - मेढे आकार के इस द्धार का इस्तेमाल निजी भवनों में प्रवेश के लिए किया जाता था
मानसिंह महल :-
किले का सबसे पुराना महल मानसिंह महल है जो लगभग 25 सालों में बनकर तैयार हुआ था
चाँद पोल :-
जिस तरफ से चाँद उदय होता हैं यह दरवाजा उधर ही बना हुआ है इसलिए इसे चाँद पोल के नाम से जाना जाता है
शिला माता मन्दिर :-
आमेर किले में संगमरमर पप्थर से बने खूबसूरत शिला माता मन्दिर का निर्माण राजा मानसिंह ने करवाया था मन्दिर में स्थित मूर्ति को राजा मानसिंह बंगाल से लेकर आए थे राजा मानसिंह काली माता के बहुत बड़े भक्त थे |
लाइट एंड साउंड शो :-
आमेर किले का एक और मुख्य आकर्षण लाइट एंड साउंड शो हर रोज करीब 6:30 PM से 7:30 PM के बीच 52 मिनट का प्रोग्राम होता है जो देश विदेश से आए पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है इसकी टिकट 300/-Rs की होती है |
Amer Fort At Night ,Amer Fort Night View
आमेर किले को देखने का समय :-Amer Fort Timing
आमेर का किला हर रोज सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता है
प्रवेश शुल्क
विदेशी यात्री Rs -550
विदेशी छात्र Rs -100
भारतीए यात्री Rs -50
भारतीए छात्र Rs -10
आमेर किले से जुडी कुछ और रोचक बाते :-
1.यह किला 2013 में वर्ल्ड हैरिटेज की साइट में शामिल किया गया
2.आमेर किले और जयगढ़ किले के बीच 2 किलोमीटर लम्बी गुप्त सुरंग भी है
3.1100 Rs में आप यहाँ हाथी की सवारी का आनंद ले सकते है
4.किले में आप Ancient (प्राचीन ) Geyser (गीजर ) भी देख सकते है
5.आमेर के किले में 99 टॉयलेट है और सभी एक जैसे बने हुए है
6.आमेर किले के स्तम्बों में संगमरमर में उकेरा हुआ जादुई पुष्प है जिसमें सात विशिष्ट एवम अनोखे डिज़ाइन है !
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