Best Tourist Attraction In Kasol In Hindi ट्रैकिंग के शौकीन हैं तो कसोल की इन जगहों पर जरूर जाएं
भारत के हिमालय प्रदेश मे कुल्लू से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कसोल को मिनी इजराइल के नाम से भी जाना जाता है यह एक एकांत प्रेमी लोगों के लिए बहुत ही खुबसूरत और छोटा सा हिल स्टेशन है यहाँ भारत के बाकी हिल स्टेशनों की तरह बहुत ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं मिलती अगर आपको हर रोज की भीड़ भाड़ से दूर हिमालय की गोद में अपने परिवार और दोस्तों के साथ प्रकृति के नजदीक कुछ यादगार दिन बिताना चाहते हो तो कसोल आपके लिए बहुत ही शानदार विकल्प है कसोल को इजराइली पर्यटकों के लिए भी जाना जाता है यहाँ का इजराइली कल्चर और इजराइली व्यंजन यहाँ आए पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है पार्वती नदी के किनारे बसा कसोल एडवेंचर प्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है अगर आप कसोल घूमने जाने का मन बना रहे हो तो निचे बताई गई जगहों पर घूम कर यहाँ का लुप्त जरूर उठाए
कसोल के मुख्य आकर्षण और जानकारी -Best Places To Visit In Kasol In Hindi
1. खीर गंगा चोटी - Kheerganga Trek In Hindi Best Trek In India
खीर गंगा चोटी कसोल के मुख्य आकर्षणों मे से एक है 9 किलोमीटर लंबे इस ट्रेक पर चढाई करना बहुत ही खुबसूरत अहसास है सर्दियों में जब पूरी कसोल घाटी बर्फ से ढकी होती है तो इस ट्रेक की यात्रा बेहद ही रोमांटिक और एडवेंचर से भरी होती है इस सफर को आप चार से पाँच घंटे में पूरा कर सकते है रस्ते में जगह-जगह पर खाने पीने की दुकानें भी मिल जाती है चोटी पर रात में ठहरने के लिए होटल भी उपलब्ध हो जाते हैं
खीर गंगा अपने एडवेंचर ट्रेक के अलावा इन कारणों के लिए भी लोकप्रिय है एक मान्यता के अनुसार भगवान शिवजी और माता पार्वती के बड़े बेटे कार्तिकेन ने यहाँ तप किया था यहाँ पर पार्वती नदी बहती है जिसके पानी में छोटे छोटे सफेद कण दिखाई देते है कुछ स्थानीय नागरिकों के अनुसार यहाँ माता पार्वती ने कार्तिकेन के लिए खीर बनाई थी जिस कारण इस नदी का पानी बिल्कुल सफेद और मिठा भी है यहाँ एक गरम पानी का कुंड भी है इसमें स्नान कर के आप ट्रैकिंग की थकान को दूर कर सकते है यही कुंड के पास माता पार्वती का मंदिर भी है और कुछ दूरी पर कार्तिकेन की एक गुफा भी है हिमालय की गोद में बसी खीर गंगा चोटी पर फोटो के बेहद ही खुबसूरत व्यू बनते है जिनको आप जिंदगी भर अपनी गैलरी में रख सकते है
2. मणिकर्ण - Manikaran Kasol In Hindi
मणिकर्ण कसोल का एक और खुबसूरत पर्यटक और तीर्थ स्थल है यह देश विदेश से आने वाले हिंदू और सिख धर्म के पर्यटकों के लिए काफी लोकप्रिय स्थानों में से एक है मणिकर्ण अपने गरम पानी के चश्मे के लिए प्रसिद्ध है यहाँ से पार्वती नदी बहती है जिसके एक तरफ भगवान शिवजी का मन्दिर और दूसरी और गुरु नानक जी का एतिहासिक गुरुद्वारा है यहाँ स्थित गरम पानी के कुंड में स्नान करने से चरम और गठियाँ जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है इस कुंड के गरम पानी का रहस्य आज भी वैज्ञानिक खोज नहीं पाए है इस कुंड में स्नान करने पर पानी ना तो ज्यादा गरम लगता है और ना ही ज्यादा ठंडा पानी के इस कुंड में अगर पोटली मे चावल डाल कर रखा जाए तो कुछ घंटो में चावल पक कर तेयार हो जायेंगे गुरुद्वारे का सारा लंगर यही तयार किया जाता है
मणिकर्ण कसोल का एक और खुबसूरत पर्यटक और तीर्थ स्थल है यह देश विदेश से आने वाले हिंदू और सिख धर्म के पर्यटकों के लिए काफी लोकप्रिय स्थानों में से एक है मणिकर्ण अपने गरम पानी के चश्मे के लिए प्रसिद्ध है यहाँ से पार्वती नदी बहती है जिसके एक तरफ भगवान शिवजी का मन्दिर और दूसरी और गुरु नानक जी का एतिहासिक गुरुद्वारा है यहाँ स्थित गरम पानी के कुंड में स्नान करने से चरम और गठियाँ जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है इस कुंड के गरम पानी का रहस्य आज भी वैज्ञानिक खोज नहीं पाए है इस कुंड में स्नान करने पर पानी ना तो ज्यादा गरम लगता है और ना ही ज्यादा ठंडा पानी के इस कुंड में अगर पोटली मे चावल डाल कर रखा जाए तो कुछ घंटो में चावल पक कर तेयार हो जायेंगे गुरुद्वारे का सारा लंगर यही तयार किया जाता है
मणिकर्ण को लेकर यह भी मान्यता है की यहाँ भगवान शिवजी ने अपनी तीसरी आँख खोली थी एक प्रचलित मान्यता के अनुसार एक बार यहाँ पार्वती नदी में क्रीड़ा करते समय माता पार्वती के कान के आभूषण की मणि गिर गई जो की पाताल लोक में जा पहुँची तब शिवजी ने अपने कणों को उस मणि को ढूँढ निकालने को कहा लेकिन वो मणि का पता नही निकाल पाए इस पर भगवान शिवजी ने क्रोधित होकर यहाँ अपनी तीसरी आँख खोली जिससे नैना देवी प्रकट हुई इसलिए इस जगह को नैना देवी की जन्म भूमि भी कहा जाता है फिर नैना देवी ने पाताल में जाकर शेषनाग को मणि लौटने को कहा तब शेषनाग ने वह मणि भगवान शिवजी को लौटा दी
3. मलाना - भारत का ग्रीस Malana Village In Hindi
कसोल से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मलाना गांव का अपना अलग कानून है इस गांव के लोग अपने आप को सिकंदर की सेना के वँशज मानते है मलाना गांव का इतिहास बहुत पुराना है लेकिन ये गांव पर्यटकों के लिए बिल्कुल नया है इस जगह की खास बात यह है कि यहाँ पर कोई भी बाहर का आदमी इस गांव में रुक नहीं सकता है इस गांव के कानून के हिसाब से कोई भी पर्यटक यहाँ के स्थानीय लोगों को छु नहीं सकता ऐसा करने पर यहाँ के कानून के हिसाब से दंड देना होगा क्या आप जानते है यहाँ पर किसी दुकान से सामान लेने पर दुकानदार लिए गए सामान को दुकान से बाहर रखता है और पर्यटक वही पैसे रख कर सामान उठा लेता है
कसोल से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मलाना गांव का अपना अलग कानून है इस गांव के लोग अपने आप को सिकंदर की सेना के वँशज मानते है मलाना गांव का इतिहास बहुत पुराना है लेकिन ये गांव पर्यटकों के लिए बिल्कुल नया है इस जगह की खास बात यह है कि यहाँ पर कोई भी बाहर का आदमी इस गांव में रुक नहीं सकता है इस गांव के कानून के हिसाब से कोई भी पर्यटक यहाँ के स्थानीय लोगों को छु नहीं सकता ऐसा करने पर यहाँ के कानून के हिसाब से दंड देना होगा क्या आप जानते है यहाँ पर किसी दुकान से सामान लेने पर दुकानदार लिए गए सामान को दुकान से बाहर रखता है और पर्यटक वही पैसे रख कर सामान उठा लेता है
बर्फ़ीले पहाड़ों और गहरी खाईयों से घिरा यह गांव यहाँ प्रकृति रूप से उगने वाली मलाना क्रीम या चरस के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है जब की यह भारत में गैरकानुनी है बहुत सारे पर्यटक यहां नशा करने भी आते है जबकि यहाँ के लोगों इसको पवित्र मानते है इस गांव का अपनी अदालत और अपना कानून है जो यहाँ के राजा द्वारा बनाया गया है इस गांव में कुछ ऐसी जगह है जिनको यहाँ के स्थानीय लोगों को भी छूने की अनुमति भी नहीं है ऐसा करने पर देवता नाराज हो जाते हैं इसलिए आप जब भी यहाँ जाए तो यहाँ बोर्ड पर लिखे सभी कानून ध्यान से पढे मलाना को भारत का ग्रीस भी कहा जाता है
4. पार्वती नदी - Parvati River Kasol In Hindi
कसोल पार्वती नदी के किनारे बसा एक खुबसूरत हिल स्टेशन है जब भी आप कसोल आए तो पवित पार्वती नदी में स्नान करना ना भूले यह एक खुबसूरत एहसास है नदी के तट पर घूमना और पत्थरों पर बैठे कर पानी में पैर डाल कर पर्यटक यहाँ बहुत सुखद अहसास करते है पर्यटक यहाँ फोटोग्राफी का आनंद लेते है
कसोल पार्वती नदी के किनारे बसा एक खुबसूरत हिल स्टेशन है जब भी आप कसोल आए तो पवित पार्वती नदी में स्नान करना ना भूले यह एक खुबसूरत एहसास है नदी के तट पर घूमना और पत्थरों पर बैठे कर पानी में पैर डाल कर पर्यटक यहाँ बहुत सुखद अहसास करते है पर्यटक यहाँ फोटोग्राफी का आनंद लेते है
5. पुल्गा गांव - Pulga Village In Kasol
कसोल से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुल्गा गांव गुरुद्वारे और मंदिरों के लिए जाना जाता है यहाँ पर बहुत सारे चाय के बागान भी है सालभर यहाँ विदेशी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है यहाँ स्थित कैफे जिन मे आप इजरायली फूड का आनंद ले सकते हो
6. कैंपिंग - Best Camp In Kasol In Hindi
अगर आप प्रकृति को और नजदीक से देखना चाहते हो तो आपको कसोल मे होटल की बजाए कैंप में रुकना चाहिए यहाँ पर बहुत सारे कैंप है जहाँ आप खुबसूरत वादियों के बीच में बोन फायरिंग, डांस पार्टी, और भी बहुत सारे एडवेंचर का आनंद उठा सकते हो कैंप की बुकिंग आप online भी कर सकते है या फिर अपनी मनपसन्द लोकेशन देख कर offline बुकिंग भी कर सकते है यहाँ के कुछ प्रसिद्ध कैंप है जैसे कसोल हिल, कसोल कैंप और पार्वती कॉटेज कैंप
कसोल से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुल्गा गांव गुरुद्वारे और मंदिरों के लिए जाना जाता है यहाँ पर बहुत सारे चाय के बागान भी है सालभर यहाँ विदेशी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है यहाँ स्थित कैफे जिन मे आप इजरायली फूड का आनंद ले सकते हो
6. कैंपिंग - Best Camp In Kasol In Hindi
अगर आप प्रकृति को और नजदीक से देखना चाहते हो तो आपको कसोल मे होटल की बजाए कैंप में रुकना चाहिए यहाँ पर बहुत सारे कैंप है जहाँ आप खुबसूरत वादियों के बीच में बोन फायरिंग, डांस पार्टी, और भी बहुत सारे एडवेंचर का आनंद उठा सकते हो कैंप की बुकिंग आप online भी कर सकते है या फिर अपनी मनपसन्द लोकेशन देख कर offline बुकिंग भी कर सकते है यहाँ के कुछ प्रसिद्ध कैंप है जैसे कसोल हिल, कसोल कैंप और पार्वती कॉटेज कैंप
7. कैफे - Best Cafe In Kasol
कसोल को मिनी इजराइल भी कहा जाता है जब भी आप कसोल जाए तो यहाँ के कैफे मे जाना ना भूले यहाँ के कैफे इजरायली व्यंजन और नाईट पार्टी के लिए काफी मशहूर है यहाँ के कुछ लोकप्रिय कैफे है जैसे मून डांस कैफे, बुद्धा कैफे, मामा कैफे, The Sunshine Cafe, स्टोन गार्डन कैफे, लिटिल इटली कैफे, वुड रोज कैफे आदि
कसोल को मिनी इजराइल भी कहा जाता है जब भी आप कसोल जाए तो यहाँ के कैफे मे जाना ना भूले यहाँ के कैफे इजरायली व्यंजन और नाईट पार्टी के लिए काफी मशहूर है यहाँ के कुछ लोकप्रिय कैफे है जैसे मून डांस कैफे, बुद्धा कैफे, मामा कैफे, The Sunshine Cafe, स्टोन गार्डन कैफे, लिटिल इटली कैफे, वुड रोज कैफे आदि
कसोल कैसे पहुँचे - How Can I Reach Kasol
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित कसोल दिल्ली से लगभग 515 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है कसोल ट्रैकिंग और कैंपिंग के लिए जाना जाता है दिल्ली से कसोल के लिए सीधी रेल और हवाई जहाज की सुविधा नहीं है इसके लिए आपको कुल्लु जाना पड़ेगा.
हवाई जहाज से कसोल कैसे पहुँचे - How To Reach Kasol By Flight
कसोल का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कुल्लु मनाली हवाई अड्डा है जिसको भूंतर हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है जो कसोल से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है आपको दिल्ली से भूंतर के लिए समय - समय पर Flight मिल जाएगी भूंतर हवाई अड्डे से आपको कसोल के लिए टैक्सी मिल जाएगी जिससे आप बड़ी आसानी से कसोल पहुँच जाओगे
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित कसोल दिल्ली से लगभग 515 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है कसोल ट्रैकिंग और कैंपिंग के लिए जाना जाता है दिल्ली से कसोल के लिए सीधी रेल और हवाई जहाज की सुविधा नहीं है इसके लिए आपको कुल्लु जाना पड़ेगा.
हवाई जहाज से कसोल कैसे पहुँचे - How To Reach Kasol By Flight
कसोल का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कुल्लु मनाली हवाई अड्डा है जिसको भूंतर हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है जो कसोल से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है आपको दिल्ली से भूंतर के लिए समय - समय पर Flight मिल जाएगी भूंतर हवाई अड्डे से आपको कसोल के लिए टैक्सी मिल जाएगी जिससे आप बड़ी आसानी से कसोल पहुँच जाओगे
रेल से कसोल कैसे पहुँचे - How To Reach Kasol By Train
कसोल का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर रेलवे स्टेशन है दिल्ली से यहाँ के लिए ट्रेन मिल जाएगी यहाँ से कसोल लगभग 145 किलोमीटर की दूरी पर है यहाँ से आप टैक्सी से कसोल पहुँच सकते है
कसोल का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर रेलवे स्टेशन है दिल्ली से यहाँ के लिए ट्रेन मिल जाएगी यहाँ से कसोल लगभग 145 किलोमीटर की दूरी पर है यहाँ से आप टैक्सी से कसोल पहुँच सकते है
सड़क मार्ग से कसोल कैसे पहुँचे - How To Reach Kasol By Road From Delhi
दिल्ली से कसोल के लिए सीधी बस बहुत ही कम मिल पाती है इसके लिए आपको दिल्ली मजनु के टीले से कुल्लू या भूंतर के लिए वॉल्वो बस मिल जाएगी यहाँ से आप टैक्सी से कसोल पहुँच सकते है और इसके अलावा आप कार से सीधा कसोल जा सकते है यह आपके लिए एक बहुत ही खुबसूरत ट्रिप हो सकती है
दिल्ली से कसोल के लिए सीधी बस बहुत ही कम मिल पाती है इसके लिए आपको दिल्ली मजनु के टीले से कुल्लू या भूंतर के लिए वॉल्वो बस मिल जाएगी यहाँ से आप टैक्सी से कसोल पहुँच सकते है और इसके अलावा आप कार से सीधा कसोल जा सकते है यह आपके लिए एक बहुत ही खुबसूरत ट्रिप हो सकती है
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